टेक की दुनिया में इन दिनों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर काफी हलचल है। OpenAI ने हाल ही में भारत में ChatGPT Go प्लान लॉन्च किया था और अब गूगल ने भी अपने Gemini प्लेटफॉर्म के लिए एक नया और किफायती सब्सक्रिप्शन प्लान पेश किया है। इस प्लान का नाम है Google AI Gemini Plus। यह उन लोगों के लिए बनाया गया है जो प्रीमियम फीचर्स चाहते हैं लेकिन ज्यादा खर्च नहीं करना चाहते।
फिलहाल यह प्लान सिर्फ इंडोनेशिया में उपलब्ध कराया गया है लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इसे भारत सहित कई देशों में लॉन्च किया जाएगा।
क्यों खास है Google AI Gemini Plus प्लान?
गूगल का यह नया प्लान खासतौर पर उन यूजर्स को ध्यान में रखकर लॉन्च किया गया है जिन्हें Free वर्जन से ज्यादा पावरफुल फीचर्स चाहिए लेकिन महंगे Ultra या Pro प्लान अफोर्ड नहीं कर सकते। इस तरह से यह एक मिड-लेवल सब्सक्रिप्शन प्लान बन जाता है जो लोगों को ज्यादा सुलभ दाम में प्रीमियम एक्सपीरियंस देता है।
Google AI Gemini Plus में क्या मिलेगा?
इस प्लान के साथ कई एडवांस फीचर्स मिलते हैं जो AI का इस्तेमाल और भी आसान और मजेदार बना देंगे। आइए जानते हैं इसके फीचर्स:
- Gemini 2.5 Pro AI मॉडल का एक्सेस
- VeO 3 फास्ट वीडियो जनरेशन टूल
- 128K टोकन कॉन्टेक्स्ट विंडो (फ्री वर्जन की 32K लिमिट से बड़ा अपग्रेड)
- Google Workspace (Docs, Sheets, Slides, Gmail, Drive) में Gemini साइड पैनल
- Whisk और Flow जैसे टूल्स का एक्सेस
- Gmail, Drive और Photos के लिए 200GB अतिरिक्त क्लाउड स्टोरेज
कीमत और दूसरे प्लान्स से तुलना
गूगल के इस नए प्लान की सबसे बड़ी खासियत इसकी कम कीमत है। यह Free और Premium के बीच का गैप भरता है।
- AI Ultra प्लान – करीब 24,500 रुपये प्रति माह
- AI Pro प्लान – करीब 1,950 रुपये प्रति माह
- AI Plus प्लान – कीमत अभी पूरी तरह सामने नहीं आई लेकिन इसे काफी कम रखा गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसे इस्तेमाल कर सकें
यह साफ दिखाता है कि गूगल अपनी AI सर्विस को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाना चाहता है।
क्या ChatGPT Go से होगा मुकाबला?
गूगल के इस कदम को सीधे तौर पर OpenAI के ChatGPT Go के जवाब के रूप में देखा जा रहा है।
ChatGPT Go हाल ही में भारत में लॉन्च किया गया था जिसकी कीमत सिर्फ 399 रुपये प्रति माह है। इसमें यूजर्स को GPT-5 मॉडल का एक्सेस मिलता है। साथ ही ज्यादा इमेज जनरेशन और लंबी कन्वर्सेशनल मेमोरी भी दी जाती है।
अगर भारत में गूगल अपना AI Gemini Plus प्लान लॉन्च करता है तो दोनों के बीच जबरदस्त मुकाबला देखने को मिल सकता है। एक तरफ ChatGPT Go बेहद सस्ता है, तो दूसरी तरफ गूगल का AI Plus ज्यादा पावरफुल फीचर्स और गूगल के इकोसिस्टम के साथ गहरा इंटीग्रेशन देता है।
भारत में कब आएगा Google AI Gemini Plus?
फिलहाल गूगल ने इसे सिर्फ इंडोनेशिया में उपलब्ध कराया है। लेकिन ChatGPT Go की लोकप्रियता को देखते हुए माना जा रहा है कि कंपनी इसे जल्द ही भारत में भी लॉन्च कर सकती है।
अगर ऐसा होता है तो भारतीय यूजर्स के पास AI टूल्स के लिए और भी ज्यादा ऑप्शंस होंगे। खासकर उन लोगों के लिए जो स्टडी, कंटेंट क्रिएशन या प्रोफेशनल वर्क के लिए AI पर निर्भर हैं।
क्यों करें इसका इंतजार?
गूगल का यह नया प्लान कई कारणों से खास है।
- यह सस्ता होगा और ज्यादा लोग इसे खरीद पाएंगे।
- इसमें प्रोफेशनल लेवल फीचर्स दिए गए हैं।
- गूगल के Workspace ऐप्स में सीधा इंटीग्रेशन मिलेगा जिससे काम की प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी।
- 200GB क्लाउड स्टोरेज का फायदा मिलेगा।
इन सब वजहों से AI Gemini Plus यूजर्स के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है।
फीचर्स / प्लान | Google AI Gemini Plus | ChatGPT Go |
---|---|---|
उपलब्धता | फिलहाल सिर्फ इंडोनेशिया में, जल्द भारत में आने की उम्मीद | सिर्फ भारत के लिए उपलब्ध |
कीमत | सटीक कीमत अभी नहीं बताई गई, लेकिन सस्ता होगा Pro और Ultra से | ₹399 प्रति माह |
AI मॉडल | Gemini 2.5 Pro | GPT-5 |
वीडियो जनरेशन | VeO 3 फास्ट वीडियो जनरेशन टूल | उपलब्ध नहीं |
कॉन्टेक्स्ट विंडो | 128K टोकन | लंबी कन्वर्सेशनल मेमोरी |
Google Workspace इंटीग्रेशन | Docs, Sheets, Slides, Gmail, Drive में Gemini साइड पैनल | उपलब्ध नहीं |
टूल्स | Whisk और Flow का एक्सेस | स्टैंडर्ड AI फीचर्स |
क्लाउड स्टोरेज | 200GB (Gmail, Drive, Photos) | उपलब्ध नहीं |
टारगेट यूजर्स | प्रोफेशनल और प्रोडक्टिविटी पर फोकस करने वाले | कैजुअल और रेगुलर AI यूजर्स |
गूगल का AI Gemini Plus प्लान एक ऐसा कदम है जो AI को आम लोगों तक पहुंचाने में मदद करेगा। जैसे ही यह भारत में आएगा, लोग इसे ChatGPT Go से तुलना करके देखेंगे और तय करेंगे कि उनके लिए कौन-सा प्लान ज्यादा फायदेमंद है।
अगर आप AI टूल्स का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो इस लॉन्च पर नज़र बनाए रखें क्योंकि यह आने वाले समय में काम करने का तरीका पूरी तरह बदल सकता है।